Youth Future: यूथ का आज और कल दोनों खराब!

• एडवोकेट राकेश महाले चीन की चिंता यह है कि उनका देश बूढ़ा हो रहा है और भारत में सरकार को अपनी आधी युवा आबादी (Youth Future) की बिल्कुल भी … Read More

Rapid Study: कोरोना की दूसरी लहर का महिलाओं और बच्चों पर पड़ा सबसे बुरा असर

महज सात फीसदी बच्चे कर पा रहे आन लाइन क्लास: EKA Rapid Study एका की कानूनी सहायता ईकाई परवाज ने किया कोरोना लॉकडाउन पर त्वरित अध्ययन शहरी गरीबों पर किए … Read More

AK Pankaj: अश्विनी कुमार पंकज से संविधान लाइव की बातचीत

उत्पादन, उपभोग और आदिवासी समाज विषय पर AK Pankaj से संविधान लाइव की बातचीत यह बातचीत मुख्य रूप से तीन सवालों पर केंद्रित है। 1. मौजूदा दुनिया में उत्पादन के … Read More

Medha Patkar: किसान आंदोलन के 6 माह के मायने

Medha Patkar: किसान आंदोलन के 6 माह के मायने संविधान लाइव के आंदोलन अपडेट में आज मेधा पाटकर। आज ऐतिहासिक किसान आंदोलन को छह महीने हो गए हैं और कल … Read More

Survey: महज 17 प्रतिशत श्रमिकों को पता है मुफ्त राशन योजना के बारे में

Survey: राजस्थान के अजमेर, भीलवाड़ा और गुजरात के मेहसाणा, दाहोद, महिसागर, अहमदाबाद और सूरत जिलों में किया गया सर्वे  देश में कोविड महामारी की दूसरी लहर के बीच गैर संगठित … Read More

Mobile Vendors: मोबाइल कारीगरों के लिए अजाब बना लॉकडाउन

अब्दुल हक़ उर्फ अब्दुल्ला (कोरोना महामारी के बीच मोबाइल का महत्व और ज्यादा बढ़ गया है। इससे न सिर्फ बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं, बल्कि बीमार होने पर सहायता … Read More

Covid Tales: शहरों को चमकाने वाले मजदूरों के हिस्से से जीने-खाने का मौका भी छिना

निगहत खान मजदूर ही शहरों को चमकाते हैं, लेकिन इनकी जिंदगी अंधेरे में घुट-घुटकर खत्म हो जाती है। न इनके काम को सम्मान मिलता है और न ही मेहनत के … Read More

Covid Tales: भोपाल के मैकेनिकों से लॉकडाउन ने छीनी दो वक़्त की रोटी, कर्ज़दार भी बना दिया

अब्दुल हक़ उर्फ अब्दुल्ला भोपाल शहर का मॉडल ग्राउंड जिसका हर माह करोड़ों का टर्न ओवर है, वो कोविड काल में अपने सबसे न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। इस … Read More

May Day: मुसीबतों के बोझ तले दबा श्रमिक कैसे मनाता मई दिवस

– एल. एस. हरदेनिया आज मई दिवस (May Day) है. श्रमजीवियों के अधिकारों का दिवस. इस दिन दुनिया के सबसे बड़े पूंजीवादी देश के मजदूरों ने यह महसूस किया था कि … Read More