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Media Award : मुख्यधारा में बच्चों की आवाज लाने वाले पत्रकार हुए सम्मानित

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सभी फोटो: गगन नायर

21वीं सदी में हमारे बच्चे विषय पर व्याख्यान के दौरान दिए गए बाल अधिकार मीडिया अवार्ड (Child Rights Media Award)

भोपाल। एक ऐसे समय में जब मुख्यधारा का मीडिया एक खास एजेंडे को लेकर शोर-गुल मचा रहा हो, जिसमे जन की आवाज़ कहीं सुनाई न पड़ती हो तब शांति के साथ कोई संस्था बच्चों की आवाज़ को संवाद के पटल पर लाने वाले पत्रकारों को सम्मानित कर रही हो, यह एक सामाजिक सरोकार से जुड़ी गंभीर पहल है। रविवार को ‘विकास संवाद और चाइल्ड राइट्स एंड यू’ के बैनर तले बच्चों को केंद्र में रखकर की गई पत्रकारिता के लिए पांच पत्रकारों और एक सामाजिक कार्यकर्ता को ‘बाल अधिकार मीडिया अवार्ड’ से सम्मानित किया गया।

साल 2021 से बाल अधिकारों पर लिखने वाले पत्रकारों के काम को रेखांकित करने के लिए विकास संवाद ने बाल अधिकार मीडिया अवार्ड की शुरुआत की है। इस साल बाल अधिकारों पर बेहतरीन रिपोर्टिंग के लिए साल 2021 “बाल अधिकार मीडिया अवार्ड” से “द हिन्दू” के मध्य प्रदेश संवाददाता अनूप दत्ता को उनकी रिपोर्ट “मालन्यूट्रीशन डेथ ऑफ पंडो पीपुल हाई लाईट सिस्टेमिक फैलुअर”, “नई दुनिया” धार के प्रेम विजय पाटिल को उनकी रिपोर्ट “नाबालिग बेटी को बेच दो, पंचायत का फरमान”, “पत्रिका” शहडोल के शुभम सिंह बघेल को उनकी रिपोर्ट “उम्र बढ़ते ही लुंज पड़ जाते हैं, बच्चों के शरीर के अंग, पोलियो से मिलते-जुलते मिल रहे लक्षण ” और “डाउन टू अर्थ” से जुड़ी पत्रकार सुचिता झा को उनकी रिपोर्ट “आफ्टर कोविड: अ पेंडेमिक ऑफ लूम्स लार्ज इन एमपी” के लिए सम्मानित किया गया। प्रत्येक को पुरस्कार के रूप में ट्राफी, प्रमाण पत्र और 25 हजार रुपए की राशि प्रदान की गई।

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साथ ही “दैनिक भास्कर” इंदौर की नीता सिसोदिया को उनकी रिपोर्ट “इंदौर में बच्चों के हाथ में किताबों की जगह हल ” और भोपाल की संस्था “एका: दा कम्यूनिकेटर्स कलेक्टिव” से जुड़ीं सामाजिक कार्यकर्ता निगहत खान को “संविधान लाइव” में प्रकाशित रिपोर्ट “काश लॉकडाउन ने भूख पर भी ताला मार दिया होता”के लिए विशेष पुरस्कार की श्रेणी में सम्मानित किया गया। इन विशेष पुरस्कार के लिए ट्राफी, प्रमाण पत्र और 5 हजार रुपए की राशि प्रदान की गई।

भोपाल की संस्था “एका: दा कम्यूनिकेटर्स कलेक्टिव” से जुड़ीं निगहत खान पत्रकारिता के पेशे से ना होकर भी सामाजिक कार्यकर्ता की हैसियत से जमीन पर काम करते हुए विपरीत परिस्थितियों में लोगों की आवाज दूर तक पहुँचाने के उद्देश्य से लिख भी रही हैं।

कार्यक्रम की शुरुआत में देवास से आए सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक संदीप नाईक ने बच्चों पर केंद्रित गीत गाया।

भोपाल स्थित पर्यावरण परिसर के एप्को सभागार में आयोजित बाल अधिकार मीडिया अवार्ड समारोह में उपस्थित हिंदुस्तान और द इंडियन एक्सप्रेस के पूर्व संपादक चंद्रकांत नायडू, दैनिक भास्कर और हिंदुस्तान टाइम्स के पूर्व संपादक एनके सिंह, वरिष्ठ टीवी पत्रकार और राज्यसभा टीवी के पूर्व निदेशक राजेश बादल, मध्य प्रदेश माध्यम के ओएसडी पुष्पेंद्र पाल सिंह, वरिष्ठ पत्रकार गिरीश उपाध्यय को विकास संवाद की ओर से सचिन जैन द्वारा गाँधी प्रतिमा भेंटकर सम्मानित किया गया।

सचिन जैन ने कहा कि हमारा प्रयास है कि समाज के विभिन्न मसलों को कैसे संवाद के स्तर पर लाया जाये और संवाद के मंच विकसित किये जायें। इसी क्रम में मिडिया के साथ संवाद कायम करते हुए मिडिया फैलोशिप की शुरुआत की गई। तथ्यों के साथ रिसर्च हो, जमीनी कहानियों पर पहल हो सके इसके लिए पिछले 17 सालों से मिडिया फैलोशिप के तहत 86 पत्रकारों को फैलोशिप प्रदान की गई। कोविड के दौरान हमने महसूस किया कि बच्चों के मुद्दों पर विभिन्न पहलुओं को गहराई से समझने की जरूरत है और बाल अधिकार मीडिया अवार्ड इसी क्रम में एक प्रयास है। कार्यक्रम के आखिर में वरिष्ठ कवि व कथाकार ध्रुव शुक्ल ने 21वीं सदी में हमारे बच्चे विषय को लेकर अपनी बात रखी। अपने वक्तव्य के आखिर में ध्रुव शुक्ल ने बच्चों पर लिखी एक कविता का पाठ किया गया।

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आयोजन के दौरान श्रोताओं से भी बात रखने का आग्रह किया गया। इस दौरान वरिष्ठ सामाजिक सांस्कृतिक कार्यकर्ता चिन्मय मिश्र, पत्रकार दयाशंकर मिश्र और अन्य के अलावा 8 वर्षीय बच्चे काव्य ने भी अपनी बात रखी। काव्य ने कहा कि पूरे कार्यक्रम में सिर्फ बातें की, यहां बच्चे भी थे, तो उन्हें कोई गेम भी खिला सकते थे। इस पर पूरे सभागार में हंसी गूंज उठी। इस पर सवाल उठाते हुए काव्य ने कहा— इसमें हंसने की क्या बात थी?

इस आत्मीय आयोजन का सधा हुआ संचालन विकास संवाद के साथी और पत्रकार राकेश मालवीय ने किया। अंजलि आचार्य ने सभी ज्यूरी सदस्यों और श्रोताओं का आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार विजय दत्त श्रीधर, बीजीवीएस की आशा मिश्रा, प्रगतिशील लेखक संघ के अनिल करमेले, सामाजिक कार्यकर्ता सत्यम पांडे, कार्तिक शर्मा, सीमा कुरुप, पुष्पेंद्र रावत आदि मौजूद थे।