Child Rights Media Award

Child Rights Media Award : 5 पत्रकार और 1 सामाजिक कार्यकर्ता होंगे पहले बाल अधिकार मीडिया अवार्ड से सम्मानित

बाल अधिकार मीडिया अवार्ड (Child Rights Media Award)

संविधान लाइव में प्रकाशित रिपोर्ट के लिए निगहत खान को विशेष पुरस्कार
21वीं सदी में बच्चे विषय पर व्याख्यान के दौरान किया जाएगा सम्मानित
ट्राफी, प्रमाण पत्र और 25 हजार की राशि दी जाएगी अनूप, प्रेम, शुभम, सुचिता और नीता को

भोपाल। बात 90 के दशक की है, उस वक्त अखबारों में बच्चों पर केंद्रित पन्ने भी आते थे और खबरों में भी गाहे बगाहे बच्चों के नजरिये और अधिकार पर कलम चलती ही थी। यह वही दौर था, जब बालरंग, बालमन, बच्चों की कूची, बचपन, नन्हीं कोंपल जैसे अखबारी कॉलम और पेज हर मध्यमवर्गीय घर में अलग से इज्जत पाते थे। इसी के साथ चंपक, नन्हें सम्राट, बालहंस जैसी पत्रिकाओं और कार्टूनिस्ट प्राण की सोच से निकले चाचा चौधरी, पिंकी, बिल्लू जैसे किरदारों से घर रोशन होते थे। वक्त की करवट के साथ अखबारों में तकनीक, खेल, हादसों और छुटपुट कार्यक्रमों के साथ फिल्मी मनोरंजन ने बच्चों के पन्ने निगल लिये और कॉमिक्स के किरदार कार्टून चैनलों और यूट्यूबिया गेम्स चैनलों की आंधी में बिखर गए।

ऐसे समय में अगर बच्चों को केंद्र में रखकर कोई रिपोर्टिंग हो रही है और उसे गंभीरता से देखा, पढ़ा, सुना जा रहा है, तो उसे सम्मानित किया ही जाना चाहिए।विकास संवाद यह काम लगातार करता रहा है। इसी क्रम में साल 2021 से विकास संवाद बाल अधिकारों पर लिखने वाले पत्रकारों के काम को रेखांकित करने के लिए पुरस्कार शुरू कर रहा है। इस साल बाल अधिकारों पर बेहतरीन रिपोर्टिंग के लिए साल 2021 के लिए विकास संवाद की ओर से प्रदेश के पांच पत्रकार और एक सामाजिक कार्यकर्ता को चुना गया है। इस “बाल अधिकार मीडिया अवार्ड” से “द हिन्दू” के मध्य प्रदेश संवाददाता अनूप दत्ता, “नई दुनिया” धार के प्रेम विजय पाटिल, “पत्रिका” शहडोल के शुभम सिंह बघेल और “डाउन टू अर्थ” से जुड़ी पत्रकार सुचिता झा की रिपोर्ट को चुना गया है। साथ ही “दैनिक भास्कर” इंदौर की नीता सिसोदिया और भोपाल की संस्था “एका: दा कम्यूनिकेटर्स कलेक्टिव” से जुड़ीं सामाजिक कार्यकर्ता निगहत खान को उनकी “संविधान लाइव” में प्रकाशित रिपोर्ट के लिए विशेष पुरस्कार के लिए चुना गया है।

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भोपाल स्थित पर्यावरण परिसर के एप्को सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में इन पत्रकारों को पुरस्कार दिया जाएगा। इस मौके पर कथाकार और चिंतक ध्रुव शुक्ल ‘21वीं सदीं में बच्चे’ विषय पर व्याख्यान भी देंगे। यह कार्यक्रम 13 मार्च 2022 को शाम शाम 4:30 बजे से एप्को हॉल, पर्यावरण परिसर, भोपाल में आयोजित किया जा रहा है।

विकास संवाद के राकेश मालवीय ने बताया कि मीडिया में बच्चों के सरोकारों का दायरा बढ़ाने के मकसद से बाल अधिकार मीडिया अवार्ड शुरू किए गए हैं, इसके अंतर्गत हर अवार्ड के लिए ट्राफी, प्रमाण पत्र और 25 हजार रुपए की राशि दी जाएगी।

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उन्होंने बताया कि पहले साल में बड़ी संख्या में पत्रकारों की प्रविष्टियां प्राप्त हुईं। वरिष्ठ संपादकों की एक ज्यूरी ने इनमें से विजेताओं का चयन किया है। इस ज्यूरी में हिंदुस्तान और द इंडियन एक्सप्रेस के पूर्व संपादक चंद्रकांत नायडू, दैनिक भास्कर और हिंदुस्तान टाइम्स के पूर्व संपादक एनके सिंह, वरिष्ठ टीवी पत्रकार और राज्यसभा टीवी के पूर्व निदेशक राजेश बादल, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विवि के कुलपति केजी सुरेश और द वीक पत्रिका की विशेष संवाददाता श्रावणी सरकार शामिल थीं।