वैश्विक परिवेश और संघ का भविष्य: चुनौतियां अवसर?

सचिन श्रीवास्तव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) भारत का एक ऐसा संगठन है, जिसकी जड़ें गहरी हैं और प्रभाव व्यापक है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में हो रहे बदलाव इसके भविष्य को … Read More

संघ के सामने चुनौतियां: क्या RSS का प्रभाव कम हो सकता है?

सचिन श्रीवास्तव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) भारत का सबसे बड़ा दक्षिणपंथी संगठन है, जिसकी वैचारिक, संगठनात्मक और राजनीतिक पकड़ पिछले कई दशकों से मजबूत बनी हुई है। यह संगठन न … Read More

भाजपा की आंतरिक बहस: पार्टी की भविष्य की दिशा क्या होगी?

सचिन श्रीवास्तव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भीतर इस समय एक गहरी वैचारिक बहस चल रही है, जो इसके भविष्य की दिशा को तय कर सकती है। पार्टी में तीन … Read More

संविधान के अनुच्छेद 15: समानता का अधिकार

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 15 का उद्देश्य है कि प्रत्येक नागरिक को समानता का अधिकार मिले और उनके साथ भेदभाव न हो। यह अनुच्छेद भारतीय समाज के सभी वर्गों को … Read More

भारतीय संविधान का अनुच्छेद 14: समानता का अधिकार

अनुच्छेद 14 का परिचय: भारतीय संविधान का अनुच्छेद 14 भारत के नागरिकों को कानून के सामने समानता और विधियों के समान संरक्षण का अधिकार प्रदान करता है। इस अनुच्छेद का … Read More

कहानी गुमशुदगी की: विस्थापन, पलायन और गुमशुदगी के बीच एक दूसरे के दुखों को साझा करते राजू रेड्डी और आशा जी

राधा जाटव, संविधान लाइव चिलचिलाती धूप, प्यास से सूखा गला और ढूंढते हुए अनकही कहानियां, हमारी टीम खाने की तलाश में पहुंचती है बरखेड़ा में दीपक ढाबे पर। यहां हमें … Read More

गुन्दे की सब्जी का स्वाद, अलीराजपुर की बीना बाई के साथ

संविधान लाइव यात्रा के दौरान हमारी मुलाकात अलीराजपुर में बीना बाई से हुई। उन्होंने गुन्दे के बारे में बताया। वे कहती हैं— गुन्दे को अलग-अलग जगह पर अलग-अलग नाम से … Read More

Medha Patkar: नदियों पर बांध सबसे बदनाम विकास नीति: मेधा पाटकर

संविधान लाइव की टीम ने अपनी यात्रा के दौरान नर्मदा बचाओ आंदोलन की कार्यकर्ता मेधा पाटकर से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने आंदोलन से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। … Read More

भक्ति आन्दोलन: भारतीय जीवन दर्शन की विविधता में ध्येयपूर्ण जीवन को संगति देता काव्य काल

सचिन श्रीवास्तव मध्‍यकालीन भारत के सांस्‍कृतिक इतिहास में भक्ति आन्दोलन एक महत्‍वपूर्ण पड़ाव था। इस दौर में सामाजिक-धार्मिक सुधारकों ने समाज में विभिन्न तरह से भगवान की भक्ति का प्रचार-प्रसार … Read More

दो माह की पारो का इलाज क्या सिर्फ उसकी मां की जिम्मेदारी है!

रीवा से ममता कोल की रिपोर्ट 27 साल की उम्र आमतौर पर सपने देखने या अपने सपनों में रंग भरने की होती है, लेकिन रीवा के जरहैया गांव की सुनीता … Read More