कोरोना और नशा: महिलाओं की बचत जा रही नशीले पदार्थ खरीदने में

कोरोना और नशा: महिलाओं की बचत जा रही नशीले पदार्थ खरीदने में

अमरीन

भोपाल। कोरोना लॉLock-down 2021कडाउन के कारण एक तरफ जहां लोगों के कामकाज बंद हैं, वहीं नशे के कारण कई परिवारों की मुश्किल भी बढ़ गई है। ऐशबाग बस्ती में कोई काम न होने के कारण अब कई लोग बस्ती के लोगों को गुटका, सिगरेट और गांजा ज़्यादा पैसों में बेच रहे हैं। महिलाएं और पुरुष, लड़के साथ ही बच्चे भी इसका इस्तेमाल करते हैं। ज़्यादा लत होने के कारण वे इन नशीले पदार्थों को महंगे दाम पर भी ख़रीद लेते हैं। कुछ घरों में तो महिलाएं नशे से बेहद परेशान हैं। क्योंकि उनके पति मारपीट करके पैसे ले जाते हैं और गुटका, गांजा आदि खरीदते हैं।

यहां रहनेवाली 40 वर्षीया ज़रीना ने बताया कि नशे के कारण वह काफी परेशान है। ज़रीना बाग फरहत अफज़ा बस्ती में रहती हैं। उनके परिवार में 4 बेटियां हैं। एक बेटी किसी कंपनी में काम करने जाती थी। पिछले लॉकडाउन से ही उनको कंपनी से निकल दिया था। ये बोलकर कि अभी कंपनी में काम नहीं है। उसका काम छूट गया है। ज़रीना का कहना है कि घर में तो वैसे भी परेशानियां चल रही हैं। महँगाई भी बढ़ती जा रही है। मेरे पति कबाड़े का काम करते हैं, जो कमाते हैं उसे नशे में खर्चा कर देते हैं। बेटी के सहारे घर चलता है और अब तो वो भी सहारा नहीं है। नशे के लिए घर में आए दिन लड़ाई झगड़ा होता रहता है। फिर से ये जो लॉकडाउन लगा है। अब तो और भी लड़ाइयां हो रही हैं।

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जरीना बताती है कि उनके पति ने पूरे परिवार को परेशान करके रखा है। लॉकडाउन के कारण गुटका, गांजा, बीड़ी ये सब तो बहुत ही ज़्यादा पैसों में बिक रहा है। 10 रुपये वाला गुटका आज 30 रुपये में बिक रहा है। मेरे पति को नशे की इतनी लत है कि दिन भर में कुछ न कुछ नशा चाहिए ही चाहिए। चाहे जेब मे पैसा हो या ना हो।

उन्होंने बताया कि आज भी मेरे पति का ये ही हाल है। घर मे पैसा नहीं है। काम धंधा कुछ नहीं चल रहा है। अभी मैं घर को चलाने के लिए कुछ रमज़ान का सामान बेच रही हूं, ताकि ये लॉकडाउन तक मेरा घर का गुजारा हो सके। पर जो बचत होती है। उसे मेरे पति ले जाते हैं। नहीं दो तो लड़ाई झगड़ा करते हैं। बाहर जाकर मोहल्ले में हम लोगों को गालियां देते हैं। हमको पैसे देने ही पड़ता है।

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उन्होंने बताया कि एक बार तो गुस्से में आकर मैं उन भैया के घर चली गई थी। जहां उनको गांजा, गुटका मिलता है। वहां जाकर उनको बोला भी कि वो मेरे पति को ये सब नहीं दें। उन्होंने मेरी शिकायत कर दी। मेरे पति से। घर आकर मेरे पति ने मुझे मारा और बहुत गदर मचाया।

जरीना कहती हैं कि हम लोगों ने बहुत कोशिश की नशा छुड़वाने की, लेकिन वो भी नहीं हो पाया। आज के माहौल में तो इतनी हालात खराब है। ऊपर से ये नशा भी परिवारों को परेशान कर रहा है।