17thAIPSC: 6 जून से “भारत का विचार” विषय पर मंथन करेंगे 800 वैज्ञानिक, बुद्धिजीवी, कलाकार और सामाजिक कार्यकर्ता

भोपाल में होगी 17वीं अखिल भारतीय जन विज्ञान कांग्रेस (17thAIPSC) , 4 दिन में सेमिनार, गोष्ठी, कार्यशाला और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे 20 से अधिक राज्यों के कलाकार, वैज्ञानिक

आगामी 6 से 9 जून के बीच भोपाल में आयोजित की जा रही 4 दिवसीय 17वीं अखिल भारतीय जन विज्ञान कांग्रेस (17thAIPSC) की तैयारियां जोरों पर हैं। आल इंडिया पीपुल्स साइंस नेटवर्क की ओर से आयोजित 17वीं अखिल भारतीय जन विज्ञान कांग्रेस (17thAIPSC) में देश के सभी राज्यों के 800 से अधिक वैज्ञानिक, बुद्धिजीवी, कलाकार और सामाजिक कार्यकर्ता हिस्सेदारी करेंगे। इस दौरान “भारत का विचार: वैज्ञानिक स्वभाव, आत्मनिर्भरता और विकास” विषय पर 4 दिन सेमिनार, गोष्ठी, कार्यशाला और सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि आयोजित किए जाएंगे।

स्थानीय आयोजन समिति की आशा मिश्रा ने कहा कि यह भोपाल शहर के साथ मध्यप्रदेश के लिए बड़े गौरव की बात है कि देश के सैकड़ों महत्वपूर्ण लोग एक साथ एक छत के नीचे मौजूद रहेंगे। इस कार्यक्रम में किसान, महिला, मजदूर संगठनों से जमीनी कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं के अलावा शिक्षा, जेंडर, स्वास्थ्य आदि मुद्दों पर काम करने वाले साथी भी शिरकत करेंगे।

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वॉलेंटियर पहुंचे भोपाल, 10 राज्यों के कलाकार देंगे प्रस्तुति
कार्यक्रम (17thAIPSC) की तैयारी के लिए विभिन्न जिलों से कार्यकर्ता आने लगे हैं। इन्हें अलग अलग जिम्मेदारियां दी गई हैं। इसी क्रम में मिजोरम और नागालैंड से भी 11 कार्यकर्ता आ गए हैं। इस 4 दिव​सीय कार्यक्रम में 10 राज्यों के कलाकार नाटक, जनगीत, नृत्य, कविता आदि की प्रस्तुतियां देंगे। इनमें नागालैंड, तमिलनाडु, मिजोरम, झारखंड, उड़ीसा, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और बिहार के साथ मध्य प्रदेश के समूह शामिल हैं।

आजादी के बाद के भारत पर केंद्रित प्रदर्शनी
अथितियों के रूकने की व्यवस्था 15 से अधिक अलग अलग स्थानों पर की गई है। इन सभी स्थानों से आवागमन के कोआर्डिनेशन आदि के लिए अलग से कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। मुख्य कार्यक्रम (17thAIPSC) के अलावा यदि कोई अपने आइडिया को साझा करना चाहता है, तो उसके लिए अलग से स्थान रखा गया है। इसके अलावा पिछले समय जिन साथियों का निधन हुआ है, उनके बारे में एक वॉल पर जानकारी दी जाएगी। आजादी के 75वें वर्ष में आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम में एक पूरी वॉल आजादी के बाद के भारत की यात्रा पर केंद्रित होगी।

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14 कार्यशालाओं में होगा विशेष मंथन
पूरे कार्यक्रम के दौरान 14 कार्यशालाएं होंगी। इसके अलावा मुख्य कार्यक्रम में 70 से अधिक वक्ता अपनी बात रखेंगे। कार्यक्रम स्थल (17thAIPSC) को स्वर्गीय अमित सेनगुप्ता परिसर का नाम दिया गया है। इसके अलावा कार्यक्रम स्थलों का नाम विनोद रैना, एम विजयन, अजय खरे और कमला भसीन की स्मृतियों को याद रखने के लिए उनके नाम पर रखा गया है।

मध्य प्रदेश के विकास पर होगा सत्र
अखिल भारतीय जन विज्ञान कांग्रेस (17thAIPSC) में “विज्ञान लोकप्रियता, तर्कसंगतता और वैज्ञानिक स्वभाव”, “उभरती हुई प्रौद्योगिकियां और चुनौतियां”, “शिक्षा”, “स्वास्थ्य” “लिंग और सामाजिक बहिष्कार”, “कृषि, जल और खाद्य सुरक्षा”, “ग्रामीण आजीविका”, “आत्मनिर्भरता, विकास, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन” और “समाज पर कोविड -19 का प्रभाव और समन्वय और राहत प्रदान करने की रणनीतियां” आदि विषयों पर गंभीर मंथन होगा। इसके अलावा मध्य प्रदेश के विकास पर अलग से सत्र होगा।