बनारस घराने की ख्याल गायकी का जादू

29 जुलाई 2016 को राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित सचिन श्रीवास्तव भारतीय शास्त्रीय संगीत की सांसें उसके घरानों में बसती हैं। विविध घरानों में पला-बढ़ा भारतीय संगीत आज दुनियाभर में पहचाना … Read More

हैमिंग्वे : एक जुनूनी लेखक जिसने छह शब्दों में लिखी मारक कहानी

29 जुलाई 2016 को राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित सचिन श्रीवास्तवहेमिंग्वे लुक अलाइक कॉन्टेस्ट : हैमिंग्वे जैसा ही एक और ‘हेमिंग्वे”हैमिंग्वे  डे फेस्टिवल हर साल मनाया जाना वाला एक मशहूर इवेंट … Read More

सेलिब्रेशन ऑफ जर्नलिज्म: साइलेंट स्प्रिंग- डीडीटी की भयावहता के खिलाफ

25 जुलाई 2016 को राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित  सचिन श्रीवास्तव कोई एक किताब मानव इतिहास की धारा को किस कदर मोड़ सकती है, इसके अनूठे और चुनिंदा उदाहरणों में रिचल … Read More

महज एक कोडिंग से हल हो जाएगी समस्या

22 जुलाई 2016 के राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित सचिन श्रीवास्तवनई दिल्ली. इंटरनेट पर गूगल सर्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपराधियों की सूची में शामिल होना, एक बार फिर चर्चा … Read More

बेपरवाही से व्यवस्थित होने तक… बदली-बदली ब्रिटनी

सचिन श्रीवास्तव 22 जुलाई 2016 को राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित वह आपकी सारी बनी बनाई धारणाओं को तोड़ देती हैं। आप उनकी त्रिस्तरीय आवाज के जादू से बाहर निकलकर यह … Read More

राजनीति की पारिवारिक कलह : बड़े लोकतंत्र की तल्ख हकीकत

17 सितंबर 2016 को राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित सचिन श्रीवास्तव  उत्तर प्रदेश के सत्ताधारी दल की हालिया खींचतान भारतीय राजनीति के गंभीर दर्शकों के लिए कोई नया दृश्य नहीं है। … Read More

हो जाएं तैयार… होशियार! आ रहा है पोकेमॉन

16 जुलाई 2016 को राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित सचिन श्रीवास्तव मोबाइल पर खेला जाने वाला एक आसान सा गेम पूरी दुनिया के लिए बड़ा खतरा बनता जा रहा है। यह … Read More

बेस्टसेलर राइटर: वेद, उपनिषद पढ़कर मिली किताब की प्रेरणा

15 जुलाई 2016 के राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित सचिन श्रीवास्तव अमीषा सेठी की पहली किताब को आए हुए अभी एक साल भी नहीं हुआ है और उन्हें भविष्य की लेखिका … Read More

संसद के पुराने प्रसंग: धूप में सफेद नहीं किए हैं मैंने अपने बाल

12 जुलाई 2016 को राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित सचिन श्रीवास्तवसदन के गंभीर संसदीय कार्यों के बीच कभी कभार हंसी-मजाक के लम्हें भी आते हैं। यह पल पूर्व सांसदों के जेहन … Read More