लोकतंत्र के नाम पर साम्राज्यवाद: अमेरिका की अरब क्रांति और सीरिया युद्ध में भूमिका

सचिन श्रीवास्तव 2003 के बाद अमेरिका ने अपनी रणनीति को और शातिर बना लिया। अब वह सीधे सैन्य हस्तक्षेप करने के बजाय ‘लोकतांत्रिक क्रांति’ और ‘मानवाधिकारों की रक्षा’ के नाम … Read More

लोकतंत्र के नाम पर साम्राज्यवाद: अमेरिका का मध्य-पूर्व में खूनी खेल

सचिन श्रीवास्तव 1991 से 2003 के बीच अमेरिका ने अपनी वैश्विक सत्ता बनाए रखने के लिए लोकतंत्र और मानवाधिकारों की रक्षा का दिखावा करते हुए मध्य-पूर्व को युद्ध के मैदान … Read More

जब लोकतंत्र से डरने लगा अमेरिका: रूस की क्रांति और रेड स्केयर की शुरुआत

सचिन श्रीवास्तव 1917 में रूस की समाजवादी क्रांति ने दुनिया की राजनीति में भूचाल ला दिया था। जब बोल्शेविकों ने ज़ार की निरंकुश सत्ता को उखाड़ फेंका और “श्रमिकों और … Read More

अमेरिका: लोकतंत्र का ठेकेदार या जनक्रांतियों का दुश्मन?

सचिन श्रीवास्तव अगर हाल ही में जेलेंस्की और ट्रंप के बीच हुई बातचीत पर नजर डालें, तो साफ दिखता है कि अमेरिका की वैश्विक धाक अब ढलान पर है। जिस … Read More

USA foreign intervention: लोकतंत्र की आड़ में सत्ता का खेल

सचिन श्रीवास्तव 20वीं और 21वीं सदी में अमेरिका ने दुनिया की राजनीति को अपनी मर्जी से चलाने की पूरी कोशिश की। लोकतंत्र, मानवाधिकार और आज़ादी की बड़ी-बड़ी बातें की गईं, … Read More

अमेरिकी साम्राज्यवाद और वैश्विक संघर्ष में भारत की भूमिका

मौजूदा समय में वैश्विक राजनीति एक ऐतिहासिक मोड़ से गुजर रही है। आने वाले 5 से 10 साल यह तय करेंगे कि वैश्विक व्यवस्था कैसी होगी। बीते 3 दशकों में … Read More

एनजीओ पर शिकंजा और विदेशी फंडिंग में गिरावट: सरकार की नीति या राजनीति?

भारत में सिविल सोसाइटी की चुनौतियां और संकट सचिन श्रीवास्तव 2014 के बाद से भारत में गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) की विदेशी फंडिंग में 40% की गिरावट दर्ज की गई है। … Read More

FCRA: असहमति पर चोट के अपने एजेंडे पर लौटी मोदी सरकार

संदर्भ: शीर्ष वित्तीय एनजीओ का एफसीआरए (FCRA) रद्द क्या कहना है सीएफए का एफसीआरए पर सीएसओ की राय सरकार का पक्ष एनजीओ और आलोचकों का दृष्टिकोण क्या है एफसीआरए एफसीआरए … Read More

संघ विहीन भारत की भूमिका और वैश्विक राजनीतिक ताकत

सचिन श्रीवास्तव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) भारत की राजनीति में एक ऐसी ताकत रहा है, जिसने न केवल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को आकार दिया, बल्कि देश के सामाजिक और … Read More

Lok Sabha Speaker: एनडीए और विपक्ष के बीच राजनीतिक संघर्ष

भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था में लोकसभा स्पीकर का पद इतना महत्वपूर्ण कभी नहीं रहा, जितना 18वीं लोकसभा में है। 18वीं लोकसभा के पहले सत्र की तैयारी और इस पद को … Read More