Madhuca Longifolia Oil: महुए का तेल- निर्माण, उपयोग और बाजार

अमित कोहली आदिवासियों में महुआ एक बहु-उपयोगी पेड होता है, इसलिए कई जनजातियां उसे अपने देवी-देवताओं, पुरखों से भी जोडकर देखती हैं। महुए का एक उपयोगी उत्‍पाद है, तेल (Madhuca … Read More

Love Jihad: ‘लव-जिहाद’ के बहाने ‘धर्म स्वातंत्र्य विधेयक’

नेहा दबाडे पिछले कुछ महीनों से देश के कुछ राज्‍यों में ‘लव-जिहाद’ (Love Jihad) पर बवाल मचा है। कहा जा रहा है कि एक धर्म शेष के लोग अपनी आबादी … Read More

Education: तय करनी होगी शिक्षा से हमें अपनी अपेक्षाएं

विभा वत्‍सल अपने समय में शिक्षा (Education) सर्वाधिक विवादास्‍पद जरूरत बनकर रह गई है। कोई अपने बच्‍चों को क्‍यों, कैसी और कितनी शिक्षा दिलाए? इतना सब करने के बाद क्‍या … Read More

Bhopal Gas Tragedy: प्रकृति के ‘संरक्षक’ नहीं, उसके ‘अंश’ हैं, हम!

भोपाल गैस त्रासदी’ 2-3 दिसंबर 1984 की 36वीं बरसी पर विशेष मानशी आशर ‘भोपाल गैस कांड’ का यह 36वां साल है, लेकिन लगता नहीं कि हम उससे कुछ जरूरी सीख ले … Read More

NGO: सरकार की साथी, गैर-सरकारी संस्‍थाएं

वीरेन्‍द्र कुमार पैन्‍यूली  गैर-सरकारी समाजसेवी संस्‍थाएं (NGO) सरकार से समान दूरी रखते हुए उसे आइना दिखाते रहने के लिए भी खड़ी की जाती रही हैं, लेकिन आजकल इन संस्‍थाओं का … Read More

Love Jihad: लव जिहाद कानून से प्रशासन में बढ़ेगा अविश्वास 

विकास नारायण राय (कथित लव जिहाद (Love Jihad) का मुद्दा इन दिनों सुर्खियों में है। कई राज्य सरकारें इसे लेकर कानून बनाने की जल्दबाजी में हैं, लेकिन यह भी साफ … Read More

गोलवलकर ने 1971 में जो भरोसा इंदिरा को दिया था, क्या वो आज भागवत दे सकते हैं देश को!

– एल. एस. हरदेनिया मुझे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर से मुलाकात करने में अत्यधिक बौद्धिक आनंद आता था। उनका जीवन संघर्ष से भरपूर था। उनके संस्मरण … Read More

तू जिंदा है..! की तान, भारत भवन की एक शाम

जनगीत हमारी प्रतिरोध की सांस्कृतिक विरासत का अहम औजार रहे हैं। लड़ाई के जमीनी साथी मिलें और वो जनगीत न गाएं ऐसा कम ही होता है। भोपाल के भारत भवन … Read More