सेलिब्रेशन ऑफ जर्नलिज्म: एक रिपोर्ट से बदली मिड एयर मेडिकल की सूरत

19 सितंबर 2016 को राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित

सचिन श्रीवास्तव 
आप शायद इस बात पर बहुत ज्यादा ध्यान नहीं देते होंगे कि हवाई यात्रा के दौरान आपको क्या मेडिकल सुविधाएं मिल रही हैं। असल में चंद घंटों के लिए दवाओं की उपलब्धता को हम अमूमन टाल भी देते हैं। हालांकि अब दुनिया की ज्यादातर हवाई सेवाएं मेडिकल इमरजैंसी के लिए तैयार होती हैं। लेकिन 1997 से पहले हालात ऐसे नहीं थे। दो दशक पहले तक हवाई दुर्घटना में मारे जाने वाले यात्रियों से कहीं ज्यादा संख्या उन यात्रियों की थी, जो हवाई यात्रा के दौरान समय पर उपचार न मिलने के कारण मौत के मुंह में समा जाते थे।

स्टीवन की मौत
गुरुवार 27 जून 1996 को बोस्टन के स्टेट स्ट्रीट रिसर्च एंड मैनेजमेंट उपाध्यक्ष स्टीवन पॉल सोम्स की अंत्येष्टि थी। वे महज 37 साल के थे। उनकी मौत हवाई जहाज में समय पर उपचार न मिलने के कारण हुई थी। स्टीवन 25 जून को एक बिजनेस ट्रिप पूरी कर साल्ट लेक सिटी से लौट रहे थे। उन्हें हवाई जहाज में ही हार्ट अटैक आया और बुधवार यानी 26 जून को उनकी मौत हो गई।

यह भी पढ़ें:  जल संकट: पानी पर कब्जे की लड़ाई

12 पेज की रिपोर्ट
स्टीवन की अंत्येष्टि में एक वरिष्ठ पत्रकार जॉन एम क्रूडसन भी शामिल थे। एक संभावनाशील व्यक्ति की असमय मौत के हवाले से जॉन ने एक रिपोर्ट लिखना शुरू की। उन्होंने आंकड़ों के साथ साबित किया कि अमरीका में हर साल हवाई दुर्घटना में उतने लोग नहीं मरते, जितने हवाई जहाज में समय पर उपचार न मिलने के कारण मर जाते हैं। अपनी 12 पेज की रिपोर्ट में जॉन ने बताया कि अगर साल में महज तीन लोगों की जान बचे, तो भी मेडिकल किट आर्थिक रूप से सस्ती पड़ेगी। हालांकि इंसानी जान अमूल्य है।

जरूरी की गई मेडिकल किट
शिकागो ट्रिब्यून के 30 जून के अंक में यह रिपोर्ट प्रकाशित हुई और इसके बाद पूरे अमरीका में एक मुहिम शुरू हो गई। दबाव देखकर सरकार ने नियम बनाया और हवाई सेवा कंपनियों को निर्देश दिया गया कि वे जीवन रक्षक उपकरण यात्रा के दौरान हर वक्त तैयार रखें। यह मेडिकल किट नई सदी के शुरुआती सालों में दुनिया के अन्य मुल्कों में भी अनिवार्य कर दी गई।

यह भी पढ़ें:  नोबल विजेता का निधन: 8 साल उम्र में करने लगे थे रसायन शास्त्र की प्रयोग

10 साल में बचाईं 80 जान
यह किट अनिवार्य होने के 10 साल बाद 2007 में एक रिपोर्ट आई, जिसमें बताया गया कि जीवनरक्षक मेडिकल किट के कारण बीते 10 सालों में अकेले अमरीका में 80 लोगों की जान बचाई गई। पूरी दुनिया में यह आंकड़ा हजार के आसपास था।

सराही गई रिपोर्ट
जॉन की रिपोर्ट को स्थानीय स्तर पर कई अवार्ड मिले, और उन्हें अंतरराष्ट्रीय सराहना भी मिली। इस रिपोर्ट को पुलित्जर की सर्वश्रेष्ठ व्याख्यात्मक रिपोर्ट की श्रेणी में 1997 के पुरस्कार के लिए अंतिम सूची में नामांकित भी किया गया।

जॉन एम क्रूडसन
जन्म: 15 दिसंबर 1945
26 साल शिकागो ट्रिब्यून में काम किया। द न्यूयॉर्क टाइम्स में 12 साल सेवाएं दी। 1981 में पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित। न्यूयॉर्क टाइम्स के लिए वाटरगेट कांड की रिपोर्टिंग की। सीआईए और एफबीआई के कई खुलासों की रिपोर्टिंग।