भारत-पाकिस्तान रिश्ते : सकरात्मक लड़ाई की राह में रोड़े

26 सितंबर 2016 को राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित

सचिन श्रीवास्तव
पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारतीय मानस में रोष है। इसी रोष को आवाज देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के कोझिकोड में पाकिस्तान से बेरोजगारी, अशिक्षा, गरीबी आदि मुद्दों पर लडऩे की बात कहीं। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान की हरकतों से जब भी रिश्ते तल्ख होते हैं, तो कलाकारों, खिलाडिय़ों को सबसे पहले निशाना बनाया जाता है। यानी दोनों देशों को लडऩा चाहिए अशिक्षा, गरीबी, बेरोजगारी, आतंकवाद और व्यापार के मुद्दे पर जबकि दोनों ओर से जुबानी तीर चलते हैं कला, संस्कृति और खेल के खिलाफ। कई मामलों में हमारी स्थिति पाकिस्तान से बेहतर है, लेकिन इसमें खुश होने जैसा कुछ भी नहीं, क्योंकि वैश्विक मानदंडों पर हम पिछड़ रहे हैं।

ये हैं लड़ाई के मुद्दे
अशिक्षा: भारत और पाकिस्तान दोनों के सामने अशिक्षा एक बड़ी समस्या है। भारत के हालात पाकिस्तान से बेहतर हैं, लेकिन वैश्विक मानदंडों पर हम भी काफी पिछड़े हुए हैं।
6 प्रतिशत पाकिस्तानी ही यूनिवर्सिटी तक की शिक्षा हासिल कर पाते हैं
40 करोड़ से ज्यादा भारतीय हैं निरक्षर

बेरोजगारी: इस मामले में भी भारत से पाकिस्तान पीछे है। लेकिन शिक्षा व्यवस्था और आर्थिक ढांचे के कारण भारत में भी युवाओं के पास विकल्प सीमित हैं।
5.74 करोड़ पाकिस्तानी युवाओं के पास नहीं है रोजगार
4 करोड़ भारतीय नौजवानों के पास नहीं है कोई काम

गरीबी: विश्व बैंक के मुताबिक, भारत में 24 प्रतिशत जनसंख्या गरीबी रेखा के नीचे है, जबकि पाकिस्तान की करीब 18 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करती है।
6 हजार डॉलर है भारत की प्रति व्यक्ति आय। पाकिस्तान की औसत प्रति व्यक्ति आय 4500 डॉलर है।
130वां स्थान है विश्व में भारत का, जबकि पाकिस्तान 145वें स्थान पर है।

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भीतरी मसले: दोनों ही देश आतंरिक उग्रवाद से प्रभावित हैं। सीमा पर तनाव के अलावा भारत पूर्वी हिस्से में हिंसक समूहों से परेशान है, तो पाकिस्तान में भी बलूचिस्तान उबल रहा है।
800 से ज्यादा आतंकी समूह हैं भारत में गृह मंत्रालय के मुताबिक
2000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं इस साल पाकिस्तान में हिंसक घटनाओं में

ढांचागत सुधार: वैश्विक मानदंड पर दोनों ही देशों में नागरिक सुविधाओं का अभाव है। रहने लायक देशों की सूची में दोनों ही देश कभी भी पहले 100 में नहीं रहे।
85वें स्थान पर है सुगम यातायात के मामले में भारत वैश्विक सूची में
105वां स्थान है इस सूची में पाकिस्तान का

इन पर हो रही बहस
कलाकारों पर प्रतिबंध: भारत और पाकिस्तान दोनों के सामने अशिक्षा एक बड़ी समस्या है। भारत के हालात पाकिस्तान से बेहतर हैं, लेकिन वैश्विक मानदंडों पर हम भी काफी पिछड़े हुए हैं। भारत और पाकिस्तान दोनों के सामने अशिक्षा एक बड़ी समस्या है। भारत के हालात पाकिस्तान से बेहतर हैं, लेकिन वैश्विक मानदंडों पर हम भी काफी पिछड़े हुए हैं।

क्रिकेट मैचों पर रोक: भारत और पाकिस्तान दोनों के सामने अशिक्षा एक बड़ी समस्या है। भारत के हालात पाकिस्तान से बेहतर हैं, लेकिन वैश्विक मानदंडों पर हम भी काफी पिछड़े हुए हैं। भारत और पाकिस्तान दोनों के सामने अशिक्षा एक बड़ी समस्या है। भारत के हालात पाकिस्तान से बेहतर हैं, लेकिन वैश्विक मानदंडों पर हम भी काफी पिछड़े हुए हैं।

टीवी प्रोग्राम बंद: भारत और पाकिस्तान दोनों के सामने अशिक्षा एक बड़ी समस्या है। भारत के हालात पाकिस्तान से बेहतर हैं, लेकिन वैश्विक मानदंडों पर हम भी काफी पिछड़े हुए हैं। भारत और पाकिस्तान दोनों के सामने अशिक्षा एक बड़ी समस्या है। भारत के हालात पाकिस्तान से बेहतर हैं, लेकिन वैश्विक मानदंडों पर हम भी काफी पिछड़े हुए हैं।

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ट्रेड रिश्ते खत्म: भारत और पाकिस्तान दोनों के सामने अशिक्षा एक बड़ी समस्या है। भारत के हालात पाकिस्तान से बेहतर हैं, लेकिन वैश्विक मानदंडों पर हम भी काफी पिछड़े हुए हैं। भारत और पाकिस्तान दोनों के सामने अशिक्षा एक बड़ी समस्या है। भारत के हालात पाकिस्तान से बेहतर हैं, लेकिन वैश्विक मानदंडों पर हम भी काफी पिछड़े हुए हैं।

हमला करो : भारत और पाकिस्तान दोनों के सामने अशिक्षा एक बड़ी समस्या है। भारत के हालात पाकिस्तान से बेहतर हैं, लेकिन वैश्विक मानदंडों पर हम भी काफी पिछड़े हुए हैं। भारत और पाकिस्तान दोनों के सामने अशिक्षा एक बड़ी समस्या है। भारत के हालात पाकिस्तान से बेहतर हैं, लेकिन वैश्विक मानदंडों पर हम भी काफी पिछड़े हुए हैं।

यहां भी वहां भी
आम भारत और पाकिस्तान दोनों ही देशों का राष्ट्रीय फल है। हैदराबाद हमारे यहां भी है और पाकिस्तान का भी महत्वपूर्ण शहर है। इसके अलावा कई शहरों के नाम दोनों देशों में मिलते हैं। गंगाराम अस्पताल हो, या दयाल सिंह कॉलेज, दोनों ही संस्थान दिल्ली और लाहौर के अहम हिस्से हैं। ऐसे कई उदाहरण हैं, जो दोनों मुल्कों में एक ही नाम से जाने जाते हैं। सड़कों के नामों भी समानता आम है। दोनों देशों का पहनावा एक ही है। सलवार कमीज और कुर्ता-पायजामा हिंदुस्तानी पहचान है, जो पाकिस्तान और भारत दोनों ही मुल्क की अवाम की पहचान है।