जन्मदिन मुबारक: एक सप्ताह में निपटाए थे 100 से ज्यादा मामले

20 सितंबर 2016 को राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित

सचिन श्रीवास्तव

रिटायरमेंट के बाद कोई जज शायद ही इतना चर्चित रहा हो जितना जस्टिस मार्कण्डेय काटजू रहे हैं। अपने बेबाक बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले जस्टिस काटजू आज अपनी उम्र के 70 साल पूरे कर रहे हैं। प्रेस काउंसिल के अध्यक्ष रह चुके काटजू सुप्रीम कोर्ट में अपने कार्यकाल के दौरान बेहद तेजी से मामले निपटाने के लिए मशहूर रहे। उन्होंने एक सप्ताह में 100 से ज्यादा मामलों का निपटारा किया था।

मार्कण्डेय काटजू
जन्म: 20 सितंबर 1946
लखनऊ में कश्मीरी पंडित परिवार में जन्म। 1967 में इलाहबाद यूनिवर्सिटी से एलएलबी। मेरिट लिस्ट में टॉप किया। कई विश्वविद्यालयों ने मानद उपाधियों से सम्मानित किया।

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कानून और राजनीति का माहौल
जस्टिस काटजू को बचपन से ही परिवार में राजनीतिक और कानूनी माहौल मिला। उनके पिता शिव नाथ काटजू वकील थे और कांग्रेस की राजनीति में भी सक्रिय रहे। एसएन काटजू 1952 में फूलपुर से विधायक चुने गए। 1962-63 के दौरान वे हाई कोर्ट के जज भी रहे। वहीं मार्कण्डेय काटजू के दादा कैलाश नाथ काटजू मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और उड़ीसा व पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे। चाचा डॉ केएन काटजू भी इलाहाबाद हाईकोट के मुख्य न्यायाधीश रहे।

इलाहाबाद से दिल्ली वाया मद्रास
काटजू ने 1970 से 91 के बीच इलाहाबाद हाई कोर्ट में वकालत की। लेबर लॉ, टैक्सेशन और जनहित याचिकाओं के विशेषज्ञ काटजू 90 के दशक की शुरुआत में जज बन गए। अगस्त 2004 में वे इलाहाबाद हाई कोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश चुने गए। इसी साल नवंबर में उन्हें मद्रास हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस नियुक्ति किया गया। अक्टूबर 2005 में उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट में बतौर चीफ जस्टिस कार्यभार संभाला। अप्रैल 2006 में वे सुप्रीम कोर्ट में जज बने। सितंबर 2011 में वे रिटायर हुए।

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