पर्यटन का मौसम : 50 प्रतिशत कम हो सकता है सैर का खर्च

सचिन श्रीवास्तव

गर्मियों का मौसम शुरू हो गया है और इसी के साथ सैर का सिलसिला भी जोर पकडऩे लगा है। बीते एक दशक में पर्यटन उद्योग तेजी से बदला है और भारतीय पर्यटकों का इस साल का विदेशी खर्च तो चौंकाने वाला है। व्यक्तिगत विदेशी खर्च के मामले में भी यात्रा खर्च अब बढ़ गया है। एक वक्त में भारतीय विदेशों में रहने वाले अपने करीबियों और पढ़ाई पर सबसे ज्यादा खर्च करते थे, लेकिन अब व्यक्तिगत यात्राओं यानी सैर पर ज्यादा खर्च हो रहा है। ऐसे में जानते हैं मौजूदा खर्च के हालात और इसे कम करने के कुछ दिलचस्प, नए और अनूठे तरीकों के बारे में।

विदेश यात्रा पर सबसे ज्यादा व्यक्तिगत खर्च
इस साल भारतीयों ने व्यक्तिगत विदेश यात्रा पर सबसे ज्यादा खर्च किया है। इससे पहले तक विदेशों में रह रहे अपने करीबी परिजनों की देखभाल और पढ़ाई पर सबसे ज्यादा खर्च होता था। इस बदलाव की एक बड़ी वजह रिजर्व बैंक की रेमिटेंस
स्कीम है। इसके तहत अब व्यक्तिगत रूप से 2.50 लाख डॉलर (1.70 करोड़ रुपए) सालाना खर्च की छूट दी गई है।
150 अरब रुपए खर्च किए भारतीयों ने इस साल व्यक्तिगत विदेश यात्राओं पर
3.6 गुना ज्यादा खर्च है यह पिछले साल के मुकाबले
44.2 अरब रुपए खर्च किए थे पिछले वित्त वर्ष में

बढ़ गई है खर्च की सीमा
2013 में सरकार ने विदेशों में व्यक्तिगत खर्च की सीमा 2 लाख डॉलर से घटाकर 70 हजार डॉलर कर दी थी। उस वक्त रुपए की कीमत में गिरावट को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया था। मई 2015 में इस सीमा को बढ़ाकर 2.50 लाख डॉलर यानी 1.70 करोड़ रुपए कर दिया गया है। यह सीमा कंपनियों, फर्म और कारोबारियों पर लागू नहीं होती है।

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63 प्रतिशत बढ़ा व्यक्तिगत विदेशी खर्च
292 अरब रुपए खर्च किए थे पिछले वित्त वर्ष में भारतीयों ने व्यक्तिगत रूप से विदेशों में
476 अरब रुपए खर्च किए हैं इस साल भारतीयों ने विदेशों में

पांच तरीके खर्च को कम करने के
1- पॉड्स वाले होटल

जापान ने सबसे पहले पॉड होटल का चलन शुरू किया और पूर्वी देशों के अलावा अब भारत में मुंबई से इसकी शुरुआत हो चुकी है। इसमें रूम के बजाय एक पॉड के भीतर हर तरह की सुविधा मौजूद होती है। एक छोटे कॉम्पेक्ट कैप्सूल जैसा पॉड आपको किसी साइंस फिक्शन फिल्म का हिस्सा बना देगा। आरामदेह बिस्तर के अलावा वाई-फाई, टीवी, यूएसबी पोर्ट और एक छोटी अलमारी जैसी सुविधाएं बेहद कम दाम पर मिल जाती हैं।
50 प्रतिशत तक कम होता है सामान्य होटल के मुकाबले पॉड होटल का दाम

2- सोशल मीडिया
अपनी यात्रा को सस्ती बनाने के लिए आप सोशल मीडिया का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। एयरलाइन के ट्विटर एकाउंट पर जाकर अंतिम समय के फ्लाइट डिस्काउंट और फ्लैश सेल का लाभ उठाया जा सकता है। ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर आप विभिन्न कॉन्टेस्ट और हैशटैग कैंपेन के जरिये भी मुफ्त एयरटिकट और होटल रूम जीत सकते हैं। विभिन्न राज्यों और देशों के सरकारी पर्यटन विभाग भी फेसबुक पर साइट देखने और अन्य गतिविधियों के लिए अच्छा डिस्काउंट देते हैं।
1000 से 5000 तक का डिस्काउंट दिया जा रहा है विभिन्न देशी-विदेशी साइट पर

3- सर्वश्रेष्ठ उड़ान किराया
एक ही विमान सेवा से वापसी के बजाय आप सस्ती सेवा का विकल्प चुन सकते हैं। गूगल फ्लाइट्स, गोआईबीबो और मेकमाईट्रिप आदि के जरिये आप सबसे कम किराये वाली फ्लाइट चुन सकते हैं। कुछ साइट न्यूनतम किराये में भी ऑफर देती हैं। यह भी ध्यान रखें कि कुछ टिकट खास फोन और एप के जरिये बेहद सस्ते पड़ते हैं। इसका भी ध्यान रखेंगे तो सामान्य से 30 प्रतिशत कम किराये में आप यात्रा कर सकेंगे।
आखिरी समय में जरूरी नहीं कि हर उड़ान सेवा का किराया बढ़े, कई बार अंतिम समय में किराया कम भी होता है।

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4- कुछ घंटों की बुकिंग
कई बार आपको होटल में महज कुछ घंटे गुजारने होते हैं, लेकिन आप पूरे दिन की बुकिंग करते हैं। इससे बचें। कई होटल अब घंटों के आधार पर भी बुकिंग करते हैं। अगर आप किसी तीर्थ यात्रा पर या व्यापारिक यात्रा पर हैं, तो यह बेहतरीन ऑप्शन है। इसके जरिये आप यात्रा खर्च को कई गुना कम कर सकते हैं। कई बड़े होटल भी 6 घंटे की बुकिंग करते हैं। वेबसाइट के जरिये आप इस सेवा का लाभ ले सकते हैं।
3 से 12 घंटे के स्लॉट में बुकिंग करते हैं कई होटल

5- डिस्काउंट
नियरबाई, कूपनदुनिया और डील्सएंडयू जैसी वेबसाइट्स के जरिये आप अन्य यात्रा साइट्स के डिस्काउंट और ऑफर की जानकारी ले सकते हैं। यह होटल, विमान, रेल और कैब बुकिंग के अलावा खान पान आदि तक के लिए कूपन-ऑफर उपलब्ध कराते हैं। इन साइट्स का लाभ उठाकर आप सुकून से सस्ती यात्रा का लुत्फ उठा सकते हैं।
– 20 से 50 प्रतिशत तक के डिस्काउंट मिल सकते हैं कूपन संबंधी साइट्स पर